धर्मेंद्र कु लाठ पुर्णिया ब्यूरो
पप्पू यादव के पूर्णिया से लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर सड़क पर उतरे उनके समर्थक
– पप्पू यादव ने कहा, पूर्णिया से चुनाव लड़ने से उन्हें कोई रोक नहीं सकता
पूर्णिया । लोकसभा चुनाव को लेकर पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र राजनीतिक उहापोह के बीच काफी चर्चा में बनी हुई है। कांग्रेस में पप्पू यादव की एंट्री के बाद से ही महागठबंधन के बीच पूर्णिया हॉट सीट बन गई है। आरजेडी ने बीमा भारती को पूर्णिया के लिए सिंबल दे दिया है। हालांकि गठबंधन में शामिल कांग्रेस के हालिया नेता बने पप्पू यादव जो काफी समय से इस इंतजार में थे कि उन्हें महागठबंधन के रुप में पूर्णिया से लोकसभा चुनाव का प्रत्याशी बनाया जा सकता है और वे चुनाव की तैयारी भी शुरू कर दिये थे उनका टिकट कटने से उनके समर्थकों में भारी निराशा है। हालांकि पप्पू यादव यह कह चुके हैं कि वे किसी भी कीमत पर पूर्णिया लोकसभा सीट छोड़ने को तैयार नहीं हैं लेकिन अब भी पूर्णिया लोकसभा सीट से किसी न किसी रुप में पप्पू यादव के द्वारा चुनाव लड़ने की पूर्ण घोषणा न करना उनके समर्थकों को काफी परेशान कर रहा है। शुक्रवार को पप्पू यादव के समर्थकों ने आखिरकार नाराज होकर पप्पू यादव का काफिला रोककर सड़क पर आ गये और एक स्वर में कहा कि जबतक पप्पू यादव पूर्णिया से चुनाव लड़ने की घोषणा पूरी तरह से नहीं कर देते वे काफिले को यहां रोके रहेंगे। उनके समर्थकों ने कहा कि अगर पप्पू यादव पूर्णिया से लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा पूरी तरह से नहीं करते हैं तो वे लोग अपनी जान दे देंगे। तब पप्पू यादव ने अपने समर्थकों को समझाते हुए कहा कि पूर्णिया सीट से वह किसी न किसी रुप से जरुर चुनाव लड़ेंगे चाहे वे निर्दलीय ही क्यों न हो। पप्पू यादव ने साफ तौर पर कहा है कि वह राजनीति करने के लिए नहीं आए हैं, अगर संन्यास लेना होगा तो मंदिर में जाएंगे किसी पार्टी के कार्यालय में नहीं जाएंगे। पप्पू यादव ने कहा कि उन्हें पूर्णिया से लोकसभा चुनाव लड़ने से कोई रोक नहीं सकता है। पप्पू यादव के आश्वासन के बाद उनके समर्थकों का काफिला खत्म हुआ और वे सड़क से हटे। गौरतलब है कि पप्पू यादव पांच बार सांसद रह चुके हैं। तीन बार वह पूर्णिया लोकसभा सीट से चुनाव जीते हैं। इनमें से दो बार निर्दलीय चुनाव जीते हैं जबकि एक बार समाजवादी पार्टी के सिंबल पर उन्होंने यहां से चुनाव जीता है। इसके अलावा दो बार मधेपुरा से जीत चुके हैं। पिछले छह महीने से वह प्रणाम पूर्णिया के अभियान पर चल रहे थे। पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र की हर गली और हर घर में जा रहे थे। लोगों से मिल रहे थे। ऐसे में अगर पप्पू यादव पूर्णिया में किसी न किसी रुप में प्रत्याशी होते हैं तो मुकाबला त्रिकोणीय होने की संभावना है।