धर्मेंद्र कु लाठ पूर्णिया ब्यूरो
कसबा के विभिन्न क्षेत्रों में जन्माष्टमी की रही धूम, भगवान कृष्ण के विभिन्न रुपों की हुई पूजा अर्चना
– बाल गोपाल और कान्हा के रुप में छोटे छोटे बच्चे रहे आकर्षण का केंद्र
कसबा(पूर्णिया) । कसबा प्रखंड में बुधवार की देर रात्रि से भगवान कृष्ण के बालरुप यानि बाल गोपाल के जन्म के बाद से शुरु हुआ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार गुरुवार तक धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
जन्माष्टमी की धूम गांव से लेकर शहर तक रही। इस अवसर पर शहर के विभन्नि राधा कृष्ण मंदिर सहित अन्य मंदिरों में सुबह से माहौल भक्तिमय बना रहा। जन्माष्टमी को लेकर सुबह से भक्त मंदिर को सजाने में जुटे रहे। फूल माला एवं बैलून से मंदिर को आकर्षक रूप से सजाने का दौर शाम तक चलता रहा। इसके बाद देर रात जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। वहीं घरों में भी लोगों ने लड्डू गोपाल का भव्य दरबार सजाया। श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर बाजारों में भी काफी चहल-पहल देखी गई। खासकर फूल माला एवं लड्डू गोपाल की पोशाक की लोगों ने जमकर खरीददारी की। प्रसाद, मिठाई आदि की दुकानों पर भीड़ रही। शहर के महावीर चौक स्थित राधाकृष्ण ठाकुरबाड़ी, राधा कृष्ण मंदिर सर्रा में भगवान लक्ष्मी नारायण का भव्य दरबार सजाया गया था। इस दौरान पूरे मंदिर परिसर को फूल माला एवं बैलून से आकर्षक रूप से सजाने का दौर सुबह से जारी था और दोपहर तक चला। राधाकृष्ण ठाकुरबाड़ी मंदिर मदारघाट, सार्वजनिक हनुमान मंदिर हनुमान चौक, सार्वजनिक हनुमान मंदिर नेहरू चौक सहित कई मंदिरों में श्री कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान कई जगहों पर मटका फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कान्हा की वेशभूषा में छोटे बच्चे आकर्षण का केंद्र बने रहे। विभिन्न मंदिरों में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें भगवान कृष्ण के बाल रूप से लेकर उनके पूरे जीवन को दर्शाया गया। सुबह से शाम तक अखंड कीर्तन चलता रहा। राधा कृष्ण के वेश में भी भगवान कृष्ण के प्रेमलीला पर आधारित नाटक का मंचन किया गया। कुल मिलाकर कसबा के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जन्माष्टमी का त्योहार काफी धूमधाम से संपन्न हुआ।