धर्मेन्द्र कुमार लाठ, पूर्णिया ब्यूरो
कसबा के लाल का कमाल, चंद्रयान 3 अभियान की सफलता में रही महत्वपूर्ण भूमिका
-चंद्रयान 3 की सफलता के बाद से प्रसुन पंकज के परिवार में खुशी की लहर
– कसबा से ही प्रसुन की हुई प्रारंभिक शिक्षा, कसबा का बढाया मान
भारत का मून मिशन चंद्रयान-3 के चांद पर सफल लैंडिंग के बाद जहां पूरे देश में जश्न का माहौल है वहीं पूर्णिया जिले के कसबा में भी काफी खुशी देखी जा रही है।
पिछले दिनों चंद्रयान 3 के सफल लैंडिंग अभियान में कसबा के जाने माने सर्जन डा ओपी साह के पुत्र भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी, यानि इसरो में कार्यरत कसबा के मिट्टी के लाल प्रसुन पंकज का अहम योगदान रहा है। प्रसुन पंकज ने कसबा की मिट्टी को गौरवान्वित किया है। श्री पंकज के परिवार में खुशी की लहर देखने को मिल रही है। बिहार के पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन मंत्री सह कसबा के विधायक मो आफाक आलम ने कसबा की मिट्टी के लाल प्रसुन पंकज को बिहार की आम जनता की ओर से बधाई एवं शुभकामनाएं दी है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना किया है। कसबा की मिट्टी में जन्मे और पले प्रसुन की इस उपलब्धि को लेकर हर ओर सराहना हो रही है। उनके जीवनवृत्त पर गौर करें तो श्री पंकज का घरेलू नाम सुमन है। उनका प्रथम पाठशाला सरस्वती शिशु मंदिर कसबा रहा है जहां से उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा आरम्भ किया। उसके बाद मध्य विद्यालय, कसबा और उच्च विद्यालय, कसबा से शिक्षा प्राप्त कर, पटना में शिक्षा ग्रहण किया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के ओजस्वी संगठनकर्ता पूर्व राष्ट्रीय मंत्री हरेंद्र प्रताप बाबा से मार्गदर्शन प्राप्त कर बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से शिक्षा प्राप्त कर इसरो में अपनी महती उपस्थिति दर्ज करा कर अपनी मातृभूमि भारत का नाम चांद पर दर्ज कराने में अपनी अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने अपने सभी भूमिका का निर्वाह करते हुए कसबा का नाम रौशन कर कसबावासियों के गौरवशाली उत्साह को बढ़ाया है। इस बाबत प्रसुन पंकज ने कहा कि चंद्रयान 3 के चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग के साथ ही भारत ऐसा करने वाला विश्व का पहला देश हो गया है। अंतरिक्ष के क्षेत्र में अब भारत विश्व गुरु बन गया है। अपनी प्रसिद्धि के बाद इसरो से जुड़े श्री पंकज से मिलने के लिए कसबा प्रखंड के स्थानीय लोगों में काफी उत्सुकता देखी जा रही है।