धर्मेंद्र कु लाठ पूर्णिया ब्यूरो
उत्तर बिहार के संतों ने गांव-गांव में हिन्दू जनजागरण का लिया संकल्प
– सुपौल में आयोजित विहिप के संत सम्मेलन में पूर्णिया के प्रतिनिधियों ने भी लिया हिस्सा
पूर्णिया । विहिप जिला अध्यक्ष पवन कुमार पोद्दार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि विहिप के तत्वावधान में सुपौल जिला के लौकहा प्रखंड के पावन भूमि पर द्विदिवसीय संत सम्मेलन का समापन संतों के द्वारा गाव-गांव में व्यापक हिन्दू जनजागरण के संकल्प के साथ हुआ। संतों एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के क्षेत्र मंत्री वीरेन्द्र विमल ने कहा कि आगामी सितंबर के अंतिम सप्ताह में आयोजित बजरंग दल की राष्ट्रव्यापी शौर्य जागरण यात्रा तथा नवंबर में छठ के बाद आयोजित संत प्रवास कार्यक्रम के संबंध में विस्तार से बताते हुए संतों से इस कार्यक्रम में समय देने का निवेदन किया।पूज्य संतों ने एक स्वर से इस कार्यक्रम हेतु अपना समय देने का संकल्प लिया। पोखराम, दरभंगा के महंत पूज्य राम शंकर दास, मधुबनी गोकुल बली मंदिर के महंत विमल शरण जी, विश्वामित्र आश्रम, बिसौल के महंत ब्रज किशोर दास, पूर्णिया से पधारे महंत मुरारी दास,
सीतामढ़ी कबीर मठ के महंत भूषण दास, कार्यक्रम के आयोजक अशर्फी लाल दास, सहित सभी संतों ने सघन कार्य हेतु गांव तथा प्रखंड गोद लेने की घोषणा की। बैठक में संतों के जिला मार्गदर्शक मंडल तथा प्रान्त मार्गदर्शक मंडल का गठन किया गया। उपस्थित सभी संतों ने दोनो हाथ उठाकर प्रणवोच्चार कर इसकी पुष्टि की। सम्मेलन का समारोप करते हुये विहिप के केन्द्रीय उपाध्यक्ष जीवेश्वर मिश्र ने उड़ीसा, छत्तीसगढ़, एवं तमिलनाडु में संपन्न संतों की पदयात्रा का वर्णन किया तथा उसकी उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा, कि त्रेतायुग में भगवान श्रीराम की वन यात्रा से लेकर आधुनिक काल में विहिप की एकात्मा यात्रा, राम जानकी यात्रा सहित सभी यात्रायों का परिणाम आज भव्य दिव्य श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के रूप में साकार हो रहा है। सम्मेलन में विहिप के प्रान्त मंत्री राज किशोर सिंह, संगठन मंत्री नागेन्द्र, क्षेत्र धर्म प्रसार प्रमुख उपेन्द्र, प्रान्त धर्माचार्य संपर्क प्रमुख रामाशंकर कश्यप, सुपौल जिला अध्यक्ष रमण कुमार सिंह, जिला मंत्री मुकेश यादव सहित अनेक कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे।