धर्मेंद्र कुमार लाठ पूर्णिया ब्यूरो
पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में कुल 48 मामले की हुई सुनवाई, 07 का किया गया निष्पादन
– बिछड़े परिवारों को मिलाने की दिशा में बेहतर कार्य कर रहे हैं परामर्श केंद्र
पूर्णिया । पूर्णिया पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आयोजित होने वाले पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में 6 उजड़े हुए घरों को समझा-बुझाकर फिर से बसा दिया गया।
प्रत्येक सप्ताह आयोजित होने वाले पुलिस परिवार परामर्श केन्द्र में कुल 48 मामले सुनवाई हुई जिसमें से 07 मामलों को निष्पादित किया गया। डगरूआ थाना क्षेत्र से आयी एक महिला ने शिकायत की कि उसके पति ने दूसरी शादी कर ली है। पति ने बताया कि उसकी बीबी बार-बार मायके चली जाती थी। इससे तंग आकर उसने दूसरी शादी कर ली है। फिर भी पहली पत्नी अपने पति के साथ रहना चाहती है, लेकिन सौतन के साथ नहीं रहना चाहती है। इस पर पति ने तीन महीने का समय मांगते हुए कहा कि नया घर बनाने के बाद वह पहली पत्नी को अपने साथ लेकर जाएगा। तब तक 3 हजार रूपए प्रति महीना गुजारा भत्ता के रूप में दूंगा। इसका बाउंड बनाया गया। वहीं मरंगा थाना क्षेत्र के हरदा बस्ती से आयी एक महिला ने केन्द्र के सदस्यों को बताया कि उसके पति हमेशा गाली गलौज व मारपीट करता रहता है। इसको लेकर पंचायत भी बैठी फिर भी कोई फैसला नहीं हो सका। केन्द्र के सदस्यों के समझाने बुझाने के बाद दोनों एक साथ रहने को राजी हो गए। बंध पत्र बनाकर खुशी-खुशी अपने घर को विदा हुए। कसबा थानाक्षेत्र के मजगामा बस्ती से आयी एक पति की दो बीबीयां का मामला भी केन्द्र के सदस्यों ने सुनकर निदान किया। केन्द्र के सदस्यों के समझाने के बाद छोटी बीवी ने केंद्र को विश्वास दिलाया की वह अपनी बड़ी सौतन को बड़ी दीदी की तरह मानेगी और कभी कोई शिकायत का मौका नहीं देगी। इसके बाद पति ने दोनों बीबी को रखने को तैयार हो गया। इस मौके पर पुलिस परिवार परामर्श केन्द्र की संयोजिका सह महिला थानाध्यक्ष किरण बाला, सदस्य दिलीप कुमार दीपक, स्वाती वैश्यंत्री, प्रमोद कुमार जायसवाल, रविन्द्र साह आदि उपस्थित थे।