धर्मेन्द्र कुमार लाठ । पूर्णिया ब्यूरो
ताजिया जुलूस के साथ मनाया गया मुस्लिमों के शोक का त्योहार मुहर्रम
– ताजिया शहर के कई इलाके का किया भ्रमण, सुरक्षा व्यवस्था दिखी चाक चौबंद
पूर्णिया शहर में मुहर्रम धूमधाम से मनाया गया और ताजिया जुलूस भी निकाला गया। संध्या में विभिन्न अखाड़ों से जुलूस निकला जिसमें काफी संख्या में मुस्लिम समुदाय के धर्मावलंबी शामिल थे। यह जुलूस विभिन्न मार्गाें से होकर गुजरा तथा पुन: अखाड़े में लौटा।
इस दौरान जुलूस में शामिल युवाओं ने लाठी-डंडे से करतब दिखाये। इस बार सभी अखाड़ों में जुलूस को लेकर अच्छी तैयारी की गई है। इसको लेकर प्रशासन ने भी पूरी प्रशसनिक तैयारी की है। जुलूस के लिए वैकल्पिक यातायात व्यवस्था की गई है तथा रूट चार्ट निर्धारित किए गए हैं। जूलूस से ट्रैफिक प्रभावित न हो, इसलिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। वहीं सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंध किए गए हैं। शहर के दक्षिण दिशा से आने वाले मुहर्रम जुलूस का मुख्य मार्ग मरंगा थाना क्षेत्र अंतर्गत मिल्की से प्रारंभ होकर काली फ्लावर मिल और रजनी चौक होते हुए लाइन बाजार फिर बिहार टॉकीज मोड होते हुए पूर्णिया सिटी में शाहिद रजा कैंपस तक जाना निर्धारित किया गया। मधुबनी थाना क्षेत्र अंतर्गत कई अखाड़ों का मौलवी टोला चौक तथा मुर्गी फार्म होते हुए थाना चौक होकर लाइन बाजार में सहायक खजांची की तरफ से आने वाली जुलूस में शामिल होना निर्धारित है। यातायात परिचालन में आम लोगों को परेशानी ना हो इसके लिए वैकल्पिक मार्ग का निर्धारण जिला प्रशासन द्वारा किया गया है। नेवालाल चौक से रजनी चौक आने वाली वाहनों को सुदीन चौक से ठाकुरबाड़ी की तरफ मोड़ दिया जाएगा। वहीं खीरू चौक से लखन चौक की तरफ आकर रजनी चौक की तरफ वाहनों का आना प्रतिबंधित किया गया है। इसके अलावा जीरोमाइल गुलाबबाग से सभी वाहनों को बायपास होकर मरंगा की ओर जाना है। जीरोमाइल से खुश्कीबाग की ओर वाहनों को प्रतिबंधित रखा गया है। कटिहार मोड से आने वाली छोटे वाहनों को बिहार टॉकिज मोड की तरफ मुहर्रम जुलूस के समय आने पर प्रतिबंधित रहेगा। जबकि बनभाग की तरफ से आने वाली बड़ी वाहनों को मधुबनी बाजार और थाना चौक पर आने के लिए प्रतिबंधित किया गया है।
सभी जगहों पर सीसीटीवी कैमरा एवं वीडियोग्राफी करने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थलों को चिन्हित है। जिले में विधि व्यवस्था को बनाए रखने के लिए 308 संवेदनशील स्थानों पर दंडाधिकारी के साथ-साथ पुलिस अधिकारियों की भी तैनाती की गई है। इस दौरान सोशल मीडिया और अफवाह फैलाने वालों पर भी पुलिस प्रशासन कड़ी नजर रख रही है।