धर्मेंद्र कुमार लाठ/अवधेश कुमार
पूर्णिया जिला के कसबा नगर परिषद की चुनाव में दिलचस्प नजारा देखने को मिल रही है।कही माँ वार्ड पार्षद में चुनाव लड़ रही है तो बेटे उप मुख्य पार्षद के लिए अपना भाग आजमा रहे है।कही पत्नी पार्षद में तो पति उपमुख्य पार्षद के पद पर चुनाव लड़ रही है।वही चैयरमैन पद के साथ-साथ वार्ड पार्षद के प्रत्याशी बनकर चुनाव में डटे है।अगर बात करें वार्ड संख्या 18 की तो वार्ड पार्षद के रूप में मोना देवी चुनाव लड़ रही है तो उनके पति बिनोद कुमार साह उपमुख्य पार्षद के पद में मैदान में डटे है।ऐसा ही हाल वार्ड संख्या 17 की है।उक्त वार्ड में वार्ड पार्षद पद के लिए जंहा शिल्पी सुमन ने अपना नामांकन दर्ज कराई है तो उनके पति बमबम साह उपमुख्य पार्षद के पद पर प्रत्याशी बनकर मतदाताओं को अपने पक्ष वोट देने के लिए रिझाने में जुटी है।ऐसा ही हाल वार्ड संख्या 15 में देखा जा रहा है यह वार्ड में वार्ड पार्षद पद के रूप में इंदू देवी चुनाव में खड़ी है तो उनके पुत्र सुभाष कुमार साह उपमुख्य पार्षद के लिए अपने पक्ष मतदाताओं को एकत्रित कर रहे है।
जब से बरेटा पंचायत को नगर परिषद कसबा में शामिल की गई है तो वँहा से जितेंद्र विश्वास उपमुख्य पार्षद पद के लिए के लिए चुनाव लड़ रहे है तो उसके पत्नी राजकुमारी देवी तथा पुत्र सुमित कुमार उर्फ विक्की अलग-अलग वार्डो में वार्ड पार्षद पद के लिए अपने-अपने दांव पेंच खेल रहे है।यंहा तक खत्म नहीं होती है वार्ड संख्या 13 में वार्ड पार्षद के साथ-साथ चैयरमैन पद पर हसमत अली उर्फ राही चुनाव लड़ रहा है।कसबा के नगर परिषद की चुनाव परिवारवाद में बदल रही है।लेकिन मतदाता चुप्पी साधे हुए है।चैयरमैन तथा उप चैयरमैन व वार्ड पार्षद का ताज का सेहरा किस पर सजेगी वह 20 दिसंबर को मतगणना की के बाद पता चलेगी।हालांकि पत्नी ,पति ,पुत्र व माँ को एक साथ चुनाव लड़ने का खेल जनता को नहीं बच रही है।वह असमंजस में है कि पुत्र को वोट दु की माँ को ,पत्नी को मत दूं कि पति को इस विषय का चर्चा कसबा में चहुमुखी हो रही है।हालांकि जनता सबकुछ समझ रही है।