धर्मेंद्र कुमार लाठ पूर्णिया ब्यूरो
स्कूल में गैस पर नहीं चूल्हे की लकड़ी पर बनाया जा रहा एमडीएम
– सिलेंडर आने पर प्रधानाध्यापक ने लौटाया, स्वास्थ्य व प्रकृति प्रभावित
रूपौली(पूर्णिया) । रूपौली प्रखण्ड क्षेत्र में भौवा प्रबल पंचायत के साधुपुर गांवों में चल रहे स्कूल में एमडीएम लकड़ी के चूल्हे मे बनाया जा रहा है। एमडीएम लकड़ी के चूल्हे में बनाने के लिए गैस सिलेंडर का उपयोग नहीं किया जाता है। उससे न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान हो रहा बल्कि भोजन बना रहीं रसोइया के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकुल असर पड़ रहा है। वहीं रूपौली प्रखण्ड के भौवा प्रबल पंचायत के साधुपुर गांव प्राथमिक विद्यालय साधुपुर व मंझौडी, सौहरा दियारा में तीन विद्यालय सिप्ट है, लेकिन तीनों विद्यालय में बहुत काफी दिनों से एमडीएम लकड़ी जला चुल्हे में बनाया जाता है। वही प्राथमिक विद्यालय साधुपुर मंझौडी के प्रभारी प्रधानाध्यापक धीर्रेन्द्र कुमार निराला ने बताया की विभाग के लिखित फार्म भर कर दे दिए है,
लेकिन इस महीने भर में गैस सिलेंडर आ जाएगा। उक्त कारण लकड़ी जला चुल्हे में भोजन बनाया जा रहा है। वही खाना बना रही रसोइया रेणू देवी और राधा देवी ने बताया की सिलिंडर आया था लेकिन प्रधानाध्यापक धीर्रेन्द्र कुमार निराला ने उसे घुमा दिया और कहा की लकड़ी से ही खाना बनाना है। उन्होंने कहा की लकड़ी से खाना बनाने में पूरा रूम धुआ – धुआ हो जाता है, आंख लाल – लाल हो जाता, आंख में जलन की शिकायत होती है। उक्त विद्यालय के प्रबंधक समिति अध्यक्ष गुंजनी देवी ने बताया की सिलिंडर आया था लेकिन लौटा दिया गया है और यहां चपाकल भी खराब बहुत दिन से है एवं इस विद्यालय में चारदिवारी का भी जरूरत है। वही मध्याह्न भोजन गैस सिलेंडर पर ही बनाना है, सरकार के द्वारा यह निर्देश जारी किया गया है। निर्देश का पालन नहीं करने वाले पर कार्रवाई की जाएगी। लेकिन भौवा प्रबल पंचायत के एक ऐसा विद्यालय है जो कि गैस सिलेंडर पहुंचाने के लिए आया, लेकिन विद्यालय के प्रधानाध्यापक धीर्रेन्द्र कुमार निराला ने उसे घुमा दिया। जो कि बिहार सरकार का निर्देश का विद्यालय प्रधानाध्यापक धीर्रेन्द्र कुमार निराला ने नियमों का धज्जियां उड़ा रही है।ऐसे विद्यालय प्रधानाध्यापक पर बिहार सरकार को यथाशिध्र कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं ग्रामीण ने बताया की विद्यालय प्रधानाध्यापक को ऐसी समस्याओं को लेकर सुधार के लिए कहा है, लेकिन अभी तक यह शिक्षक में कोई सुधार नहीं किया गया।