धर्मेंद्र कु लाठ/अवधेश कुमार पूर्णिया
दोगग्छी गांव में आयोजित किसान जागरूकता गोष्ठी में मक्के की फसल को पाला से बचाव के लिए कृषि वैज्ञानिक ने बताए टिप्स
पूर्णिया जिल के कसबा नगर परिषद के वार्ड संख्या 13 स्थित दोगग्छी गांव में आयोजित किसान जागरूकता संगोष्ठी आयोजित की गई। किसान जागरूकता संगोष्ठी को संबोधित करते हुए भोला पासवान शास्त्री कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक डॉ राधे श्याम मौर्या ने मक्का की खेती सहित मक्का की खेती सहित फसलों को शीतलहर पाला से बचाव को लेकर विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
किसानों को जानकारी देते के कृषि वैज्ञानिक डॉ राधेश्याम मौर्य ने बताया कि पहले हमें ये जानना होगा कि पाला पड़ता कब है और फसलों पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है। कैसे ये फसलों को नुकसान पहुंचाता है। जब दोपहर के समय या उसके पहले शीतलहर चल रही हो और हवा का तापमान जमाव बिंदु से कम हो जाए। दोपहर के बाद अचानक मौसम बिल्कुल साफ हो जाए और हवा चलना बिल्कुल बंद हो जाए तो इस अवस्था में निश्चित रूप से पाले की समस्या फसलों पर देखने को मिलेगी।कृषि वैज्ञानिक डॉ राधेश्याम मौर्या ने बताया कि पाले से फसलों के बचाव के लिए जो उपाय करने चाहिए, उसमें सर्वप्रथम भूमि को हमेशा सिंचित करके रखें। भूमि को बिल्कुल भी सूखा न छोड़े। भूमि में नमी बनी रहे, भूमि को अगर सिंचित करते हैं और अगर स्प्रिंकलर इरिगेशन से करते हैं तो उसके चलते ये होगा कि भूमि में नमी बनी रहेगी। उससे जो है तापमान कम नहीं होता है। इसके अलावा जो होता है, उस समय पर आप भूमि की कभी खुदाई न करें और न ही कभी जुताई करें। अन्यथा भूमि की जो नमी है, वो ऊपर उठ जाएगी। किसान जागरूकता
संगोष्ठी कार्यक्रम में स्थानीय किसान अनिल चौरसिया, योगेंद्र चौरसिया, कुमुद शर्मा, मो मोहस्तसिम अख्तर, गुलाम सरवर सहित दर्जनों किसान मौजूद थे ।