धर्मेंद्र कुमार लाठ/अवधेश कुमार पूर्णिया
बर्फीली पछुआ हवा से उत्तर बिहार के जिले में कोल्ड डे जैसे हालात बने हुए हैं पूर्णिया जिला में अब ठंड का प्रभाव दिखने लगा है सोमवार को सूर्य देवता बादलों की ओट में छुपे रहे गर्मी नहीं के बराबर थी .
शाम होने के बाद पछुआ हवा से लोग जल्दी घरों में दुबक गए इस कारण कड़ाके की हाड़ मांस कपाने वाली ठंड पड़ रही है पछुआ हवा चलने के कारण तापमान में गिरावट आयी है। अगले तीन-चार दिनों तक ठंड ऐसी ही रहेगी . जिला में आपदा विभाग ने एहतियात बरतते हुए ठंड से बचाव के लिए गाइडलाइन भी जारी की है।बताते चलते है बिहार के कई जिला में कड़ाके की ठंड और शीतलहर जारी है. पूर्णिया जिला सहित उत्तर बिहार के सभी जिलों में शीतलहर जैसे हालात रहे। वही जिला में बढ़ती ठंड के चलते लोग घरों में एक तरह से कैद से हो गए है. सर्दी के कहर को देखते हुए हर जिला में स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिया गया है
हालात तो ऐसे हैं कि दिन भर सूर्य के दर्शन नहीं हो रहे। इस दौरान तेज पछुआ हवा ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है।पांच से आठ किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से पछुआ हवा चलेगी। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 75 से 85 प्रतिशत तथा दोपहर में 45 से 55 प्रतिशत रहने की संभावना है।
कुछ दिनों तक छाया रहेगा कुहासा
दिन में धूप नहीं निकलने की वजह से ठंड का प्रभाव काफी रहता है, लेकिन शाम ढलते ही ठंड का प्रभाव और बढ़ जाता है जारी पूर्वानुमान रिपोर्ट के अनुसार दिन में भी कुछ इसी तरह की स्थिति रहेगी। दो दिनों तक आसमान में कुहासा छाए रह सकते हैं। इस दौरान मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है।
*सेहत का रखें ख्याल*
तापमान में गिरावट के साथ ठंड में इजाफा प्रतिदिन हो रहा है। ठंड से बचाव के लिए लोग तरह-तरह के एहतियात बरतते हैं। पर, जाड़े में बुजुर्ग और बच्चों को लेकर विशेष सावधान रहने की जरूरत होती है।
चिकित्सक भी ऐसे लोगों को ठंड से बचने के लिए सलाह देते हैं।
कसबा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ अशोक कुमार सिंह ने बताया कि ठंड के दिनों में बुजुर्गों को ठंड से बचाना जरूरी होता है। इसके लिए बुजुर्गों को पूरे गर्म कपड़े में रहना जरूरी है। सुबह व शाम के समय विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। इसका कारण यह है कि इस दोनों समय में तापमान अधिक नीचे रहता है। अधिक जरूरी होने पर ही बाहर निकले। पूरे गर्म कपड़ों में रहे। ठंडा खाना खाने से परहेज करें। आइसक्रीम और अन्य ठंडे पेय पदार्थों से बचें। गरम खाना ही खाएं। जूस के बजाय फल खाना लाभदायक होगा। धूप निकलने पर धूप का सेवन करें। मालिश भी ठंड से बचाव में कारगर होता है ठंड लगने के लक्षण व बचाव सर्दी, जुकाम, खांसी होना, गले का दुखना या खराश होना, हल्का बुखार होना, ऐसे करें ठंड से बचाव- सुबह-शाम घर के अंदर रहें।