सद्गुरु आचार्य धर्म स्वरूप साहब को श्रद्धांजलि देने पहुंचे विभिन्न प्रांतों के
साधु संत
धर्मेंद्र कु लाठ/शरद कुमार
पूर्णिया जिला में पूरे भारत से विभिन्न पंथ और संप्रदायओके लगभग 10,000 साधु-संतों के अलावा उनके अनुयायियों ने आचार्य धर्म स्वरूप साहेब की समाधि स्थल पर पहुंचकर फूल चढ़ाएं लोगों ने समाधि स्थल से पुष्प और मिट्टी भी अपने घर को ले गएइससे उनके प्रति लोगों की गहरी आस्था परिलक्षित होती है लोगों का मानना है कि लगभग 30 से 35 हजार लोगों के उनकी श्रद्धांजलि सभा में पहुंच कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए कुर्साकाटा के संत विद्यानंद साहेब और शहवानी बनमनखी के वीरेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि लगभग 60 कुंटल बुनिया और अन्य प्रसाद का वितरण भक्तों के बीच में हुआ लोगों ने भी अपने सदगुरुदेव की श्रद्धांजलि सभा का भव्य भंडारा का बड़े ही आस्था भाव से आनंद उठाया दिन भर के पूरे कार्यक्रम में लोगों के आने-जाने का सिलसिला समाप्त ही नहीं हो रहा था लगभग 2100 कार्यकर्ता जनसेवा केवल मुख्य भोजनालय को संभाले हुए थे यहां बता दें कि मुख्य भोजनालय के अलावा विशिष्ट साधु-संतों के लिए अलग भोजनालय की व्यवस्था थी वही इस मौके पर सचिव संजिव शुभम ने कहां की पूज्य गुरुदेव धर्म और अध्यात्म उपाय भ्रम और पाखंड भाई को समाप्त कर वैज्ञानिक धारणा को समाज में फैलाने में लगे रहे लोगों के अंतर चेतना को जगा कर उन्हें रूढ़िवाद से अलग कर सदाचार के साथ आधुनिक विश्व में भारत की प्रतिष्ठा को अग्रसर करने में अहम भूमिका रही थी आज भी उनके विचार पर चलने के लिए दुनिया भर के साधु-संतों राजनेता और समाजसेवियों ने संकल्प लिया इससे यह सिद्ध होता है कि सदगुरुदेव एक संत के साथ साथ भारत सरकार की नीति अंधविश्वास को समाप्त कर वैज्ञानिक धारणाओं को समाज में फैलाने की अवधारणा के बहुत बड़े वहां थे इसलिए उनके शरीर त्याग के बाद उनकी श्रद्धांजलि सभा को सरकारी कार्यक्रम घोषित किया जाना चाहिए था भविष्य में मैं यहां के जनप्रतिनिधियों से उम्मीद करता हूं कि सदगुरुदेव के आश्रम जीवन ज्योति केंद्र को सरकार के ऐतिहासिक धरोहर के रूप में विकसित करने की दिशा में अपनी पहल करेंगे ।इतने बड़े लंबे कार्यक्रम को सफल बनाने में स्थानीय सांसद संतोष कुशवाहा सदर विधायक विजय खेमका धमधा के पूर्व विधायक दिलीप कुमार यादव पूर्व उपमहापौर संतोष यादव पूर्व महापौर विभा देवी के पति समाजसेवी जितेंद्र यादव उद्योगपति राजकुमार चौधरी ललित अग्रवाल अनूप अनंत भारती साहेब जी विनम्र साहिब ज्ञान सागर बाबा नीरज कुमार मेहता मुरली मनोहर और मनोहर कुमार मनमोहन शंकर कुमार सुमन शंकर साहेब महेंद्र साहेब राजू परदेसी अखंड स्वरूप रामपुर तिलक के सुखदेव दास हिमांशु दास अनिल राम सुरेश यादव प्रकाश पंकज कुमार इंजीनियर विमल भगत नवनीत आनंद विवेक कुमार अपने अपने तरीके से कार्यक्रम को सफल बनाने में लगे रहे